आपका हमारी वेबसाइट rajasthanigyan.com में स्वागत है। आज हम रणथम्भौर का इतिहास के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे। हमारी इस वेबसाइट पर आपको राजस्थान राज्य की सभी exams में आने वाले महत्वपूर्ण Topics की आसान और सरल भाषा में जानकारी मिलती है।
गोविन्दराज
- 1194 ई. में इसने रणथम्भौर में चौहान राज्य की स्थापना की।
वल्हण
- 1126 ईस्वी में इनके समय में इल्तुतमिश ने आक्रमण किया और रणथंभौर पर अधिकार कर लिया।
प्रह्लादन
वीरनारयण
- इनके समय में भी इल्तुतमिश द्वारा रणथंभौर पर आक्रमण किया और ये युद्ध में लड़ता हुआ वीरगति को प्राप्त हो गया।
वागभट्ट
- इसने रजिया सुल्तान तथा नसीरुद्दीन महमूद के रणथम्भौर आक्रमण को असफल कर दिया।
जैत्र सिंह
- इसने 32 वर्षों तक राज किया।
- ये नसीरुद्दीन महमूद तथा बलबन का समकालीन था।
- इसने अपने जीवनकाल में ही अपने बेटे हम्मीर को राजा बना दिया।
हम्मीर (1282 – 1301 ई.)
- यह 17 में से 16 युद्धों का विजेता था।
- इसने कई राजाओं को जैसे मेवाड़ के समरसिंह, आबू के प्रतापसिंह, धार के भोज परमार II को हराया।
- जलालुद्दीन खिलजी ने रणथम्भौर पर 1290 तथा 1292 ई. में दो बार आक्रमण किया परंतु उसे सफलता नहीं मिली। अपनी इस विफलता के बाद उन्होंने कहा था कि “मैं ऐसे 10 किलों को मुसलमान के बाल के बराबर नहीं समझता”।
- अमीर खुसरो की पुस्तक “मिफता – उल – फुतुह” से इन आक्रमणों के बारे में जानकारी मिलती है।
आक्रमण के कारण
- अलाउद्दीन की साम्राज्य विस्तार निति।
- रणथम्भौर का किला अपने सामरिक विस्तार के लिए जाना जाता था।
- रणथम्भौर दिल्ली से गुजरात तथा मालवा के व्यापारिक मार्ग पर स्थित है।
- जलालुद्दीन खिलजी ने रणथम्भौर पर दो बार आक्रमण किया लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। अतः अलाउद्दीन उसका बदला लेना चाहता था।
- हम्मीर के अलाउद्दीन के दो विद्रोहियों मुहम्मदशाह और केहब्रू को शरण दी।
अलाउद्दीन के सेनापति – नुसरत खान, उलुग खान, अलप खान
हम्मीर के सेनापति – भीम सिंह, धर्म सिंह
⇒नुसरत खान तथा भीमसिंह लड़ते हुए मारे गए।
⇒1301 ई. में रणथम्भौर में साका किया गया था। यह राजस्थान का पहला साका था। हम्मीर के नेतृत्व में केसरिया किया गया और हम्मीर की रानी रंगदेवी ने जौहर किया।
⇒अमीर खुसरो ने इस जौहर का वर्णन अपनी पुस्तक “खजान – उल – फुतुह” में किया। यह फारसी भाषा में जौहर की पहली जानकारी है।
⇒हम्मीर की बेटी देवलदे ने तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली। (जल जौहर)
⇒अलाउद्दीन खिलजी ने रणथम्भौर पर कब्ज़ा किया और उलुग खान को रणथम्भौर सौंप दिया। अमीर खुसरो के अनुसार “आज कुफ्र का घर इस्लाम का घर हो गया।”
♦हम्मीर ने “शृंगार हार” नामक पुस्तक लिखी।
♦हम्मीर ने अपने पिता जैत्र सिंह के 32 साल के शासनकाल की याद में रणथम्भौर में 32 खम्भों की छतरी का निर्माण करवाया।
♦हम्मीर ने कोटि यज्ञ का आयोजन किया।